गुमला
गुमला में आयोजित संविधान बचाओ रैली को संबोधित करते हुए झारखंड की कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि "महात्मा गांधी से बड़ा राम भक्त कोई नहीं था। लेकिन उन्हें गोली मारने वाला नाथूराम गोडसे RSS से जुड़ा था। गांधीजी के अंतिम शब्द 'हे राम' थे, और आज उन्हीं के नाम पर बीजेपी केवल राजनीति कर रही है।"
शिल्पी ने कहा कि "आज धर्म को अफीम की तरह परोसा जा रहा है। बीजेपी धर्म और जाति के नाम पर समाज को उलझाए रखना चाहती है। ऐसे समय में सच बोलना और असत्य का विरोध करना बेहद ज़रूरी है।"
मंत्री ने गुमला के एक स्थानीय नेता द्वारा कांग्रेस पर लगाए गए 'सरना धर्म कोड हटाने' के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, "अगर उनके पास कोई प्रमाण है, तो वह सार्वजनिक करें। मैं उन्हें खुली चुनौती देती हूं।"
उन्होंने आगे कहा कि देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं। "बीजेपी संविधान को कमजोर कर समाज पर मनुस्मृति थोपना चाहती है। जो पार्टी 2000 तक तिरंगे को नहीं मानती थी, आज तिरंगा यात्रा निकाल रही है।"
शिल्पी ने कांग्रेस के योगदान को याद दिलाते हुए कहा, "पेसा कानून, SC/ST ऐक्ट और वन अधिकार कानून जैसे प्रगतिशील कदम कांग्रेस की देन हैं, जिन्हें बीजेपी ने कमजोर किया है। वक्फ कानून में हालिया संशोधन इसका ताज़ा उदाहरण है।" उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आज देश को बचाने की अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं। "यह सिर्फ राजनीतिक संघर्ष नहीं, बल्कि लोकतंत्र और संविधान को बचाने की लड़ाई है।"
एकजुटता की अपील
रैली में कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा, "देश की आजादी, संविधान निर्माण और विकास में कांग्रेस का योगदान है, जबकि बीजेपी की भूमिका न के बराबर रही है। इन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर का अपमान किया।" बंधु तिर्की ने कहा कि यदि संविधान कमजोर होता है, तो भाषा, पहनावा और भोजन की स्वतंत्रता भी खतरे में पड़ जाएगी। उन्होंने पेसा कानून के शीघ्र क्रियान्वयन और जातीय जनगणना में सरना धर्म के लिए अलग कॉलम की मांग दोहराई।
एकता में है संविधान की रक्षा
सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने कहा कि संविधान की रक्षा तभी संभव है, जब हम एकजुट रहें और निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर राहुल गांधी के संघर्ष को समर्थन दें। संविधान बचाओ रैली की शुरुआत गुमला में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर, एलबर्ट एक्का, शहीद चौक और वीर कुंवर सिंह की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण से हुई। कार्यकर्ताओं ने 'सरना धर्म कोड लागू करो', 'वक्फ संशोधन कानून वापस लो' जैसे नारों के साथ मार्च निकाला।
रैली में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चैतु उरांव, जिला परिषद सदस्य जोशीम खाखा, बसंत गुप्ता, राजनील तिग्गा, राजू भगत, रमेश कुमार, अरुण पांडेय, अकील रहमान, राजेश टोप्पो, रौशन बरवा, आज़ाद अंसारी, तरुण गोप, खुर्शीद आलम, लोहरा उरांव समेत कई नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।